Gold and Silver Price India 1 November 2025 – सोना-चांदी की ताज़ा दरें
परिचय
आज की तारीख 1 नवंबर 2025 को भारत के निवेशकों, आभूषण-खरीदारों और ज्वैलरी व्यवसायियों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि धातु बाजार में gold and silver price india 1 november 2025 यानी सोना-चांदी की ताज़ा दरें सामने आ चुकी हैं। इनकी कीमतों में उतार-चढ़ाव केवल बाजार-मौद्रिक एवं अंतरराष्ट्रीय कारकों पर निर्भर नहीं हैं, बल्कि घरेलू मांग-स्थिति, त्योहारों का प्रभाव, मुद्रा विनिमय दर तथा नीति-परिवर्तन भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
आज की दरें (भारत में)
नीचे तालिका में आज की प्रमुख दरें दर्शाई गई हैं—सोने के विभिन्न कैरट तथा चांदी के मानक रूप में।

| धातु / गुणवत्ता | इकाई | दर (भारत) | |
|---|---|---|---|
| 24 कैरट सोना | प्रति ग्राम | ₹ 12,300 | |
| 22 कैरट सोना | प्रति ग्राम | ₹ 11,275 | |
| 18 कैरट सोना | प्रति ग्राम | ₹ 9,225 | |
| चांदी | प्रति किलोग्राम | ₹ 1,52,000 |
उदाहरण के लिए, आज 24 कैरट सोने की दर प्रति ग्राम लगभग ₹ 12,300 है। चांदी की दर प्रति किलो लगभग ₹ 1,52,000 के आसपास बनी हुई है।
विस्तृत विश्लेषण
सोने की कीमतें: क्यों उपरो्धस-यात्रा पर?
24 कैरट और 22 कैरट सोने की दरों में आज हल्की-सी कमजोरी नजर आई है। उदाहरणस्वरूप, 24 कैरट सोना प्रति ग्राम लगभग ₹ 12,300 पर है, जो पिछले दिन के मुकाबले थोड़ा कम हो सकती है। विश्लेषकों के अनुसार इसके पीछे मुख्य कारण हैं:
- वैश्विक स्तर पर सोने की दरों में थोड़ा दबाव बना हुआ है क्योंकि Federal Reserve (अमेरिकी केंद्रीय बैंक) द्वारा ब्याज दरों को जल्द कम करने की उम्मीदें कम हो गई हैं।
- रुपये-डॉलर विनिमय दर में बदलाव: यदि रुपये कमजोर होता है, तो आयातित सोने की कीमत बढ़ सकती है।
- भारत में मांग-पूर्ति में असमर्थता: त्योहारों के बाद मांग कुछ कम हो सकती है, जिससे प्रीमियम और मार्जिन असरदार हो सकते हैं।
- स्थानीय ज्वैलरी कारोबार में बनिंग चार्जेस, टैक्स-शुल्क और लॉजिस्टिक लागत भी दरों पर असर डालते हैं।
विशेषज्ञ Haresh Acharya (निर्देशक, India Bullion & Jewellers Association) का कहना है- “सोना आज भी सुरक्षित निवेश का माध्यम है, लेकिन जल्दबाजी में बड़ा लेवल लेने की बजाय सही समय-विचार करना चाहिए।”
चांदी की कीमतें: तेजी किसने लाई?
चांदी की दर आज प्रति किलोग्राम लगभग ₹ 1,52,000 है। चांदी की यात्रा इस तरह रही है:
- चांदी की औद्योगिक मांग बढ़ी है — सोलर पैनल, इलेक्ट्रॉनिक्स और अन्य ट्रेंडिंग तकनीकों में। इससे निवेशक चांदी को ‘उभरती धातु’ के रूप में देख रहे हैं।
- त्योहार-मौसम में चांदी की खरीदारी ने प्रीमियम को ऊँचा उठाया था, लेकिन त्योहारों के बाद-बाद ये प्रीमियम थोड़ा नीचे आए हैं। चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव अधिक होता है इसलिए निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।

मांग-आपूर्ति, सुझाव और निवेश के संकेत
सोने-चांदी दोनों में निवेश से पहले निम्न बातों पर विचार करना हितकर है:
- उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करें: सोने के कैरट सिस्टम (24K, 22K) और चांदी की प्रामाणिकता।
- बनिंग चार्जेस, जीएसटी व अन्य टैक्स-शुल्क ध्यान में लें।
- निवेश हवादारी (speculative) बन सकता है — इसलिए समय-सीमा व लक्ष्य स्पष्ट रखें।
- बड़े परिमाण (उदाहरणस्वरूप किलोग्राम-स्तर) खरीदने से पहले बाजार-हिस्ट्री व ट्रेंड समझें।
- यदि आप उपभोग-उद्देश्य (ज्वैलरी) के लिए खरीद रहे हैं तो अपेक्षित बनिंग चार्ज व रख-रखाव लागत को सावधानी से देखें।
आगे का रुझान और संभावनाएं
- अगर अमेरिकी ब्याज दरों में कटौती हुई, तो सोने-चांदी को एक उछाल मिल सकता है क्योंकि सुरक्षित निवेश का आकर्षण बढ़ेगा।
- दूसरी ओर, यदि रुपये सुदृढ़ हुए या आयात लागत कम हुई, तो घरेलू कीमतों में स्थिरता आ सकती है।
- चांदी में औद्योगिक उपयोग के कारण लंबी अवधि में बेहतर अवसर हो सकते हैं, लेकिन इसके साथ जोखिम-प्रबंधन जरूरी है।
- त्योहारों के बाद मांग आमतौर पर ठंडा हो जाती है — इसलिए खरीदारों को “सही समय” पर हाथ डालना चाहिए।
निष्कर्ष
आज 1 नवंबर 2025 को भारत में gold and silver price india 1 november 2025 को ध्यान में रखते हुए यह कहा जा सकता है कि सोना लगभग ₹ 12,300 प्रति ग्राम (24 कैरट) तथा चांदी लगभग ₹ 1,52,000 प्रति किलोग्राम के स्तर पर है। चाहे आप निवेशक हों या ज्वैलरी-उपभोक्ता, इन दरों व बाजार-परिस्थितियों को समझना अत्यन्त महत्वपूर्ण है। हालांकि दोनों धातुएँ सुरक्षित विकल्प हैं, लेकिन इनके साथ जुड़े जोखिम, लागत व समय-चक्र को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
प्रश्न 1: क्या अभी सोना खरीदना सही समय है?
उत्तर: यदि आप लंबी अवधि के लिए सुरक्षित निवेश देख रहे हैं, तो सोना एक बेहतर विकल्प हो सकता है। हालांकि, यदि आप अल्पकालीन लाभ के लिए खरीदना चाहते हैं, तो पहले बाजार-स्थिति और भावों की गति को समझना फायदेमंद होगा।
प्रश्न 2: क्या चांदी आज सोने से बेहतर विकल्प है?
उत्तर: चांदी में औद्योगिक उपयोग बढ़ रहा है और इसलिए इसमें रुझान पाया जा रहा है। लेकिन यह अधिक उतार-चढ़ाव वाला विकल्प भी हो सकता है। इसलिए यदि आपकी जोखिम-सहिष्णुता अच्छी है और आप समय दे सकते हैं, तो चांदी एक विकल्प हो सकती है।
प्रश्न 3: सोना-चांदी की दरें कब गिर सकती हैं?
उत्तर: दरें तब गिर सकती हैं जब रुपये-डॉलर विनिमय बेहतर हो, आयात लागत कम हो, या वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता कम हो। त्योहारों के बाद मांग सामान्य होने पर भी दरें नीचे आ सकती हैं।
प्रश्न 4: अलग-अलग शहरों में दरों में क्यों अंतर होता है?
उत्तर: स्थानीय टैक्स-ड्यूटी, ट्रांसपोर्टेशन लागत, ज्वैलरी मार्जिन व स्थानीय मांग-आपूर्ति के कारण शहर-विशेष दरें अलग-अलग हो सकती हैं।
प्रश्न 5: सोना या चांदी खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखें?
उत्तर: गुणवत्ता (कैरट या ग्रेड), बनिंग चार्ज व अन्य लागत, सुरक्षित भंडारण व्यवस्था, तथा यह कि यह निवेश आपके समग्र वित्तीय लक्ष्य से मेल खाता हो।
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