gold and silver price India – 27 अक्टूबर 2025: आज की दरें, कल से तुलना और विशेषज्ञ विश्लेषण
भारत में आज अर्थात 27 अक्टूबर 2025 को gold and silver price India ने निवेशकों एवं ख़रीदारों को ध्यान देने योग्य संकेत दिए हैं। हाल के दिनों में सोना-चांदी ने रिकॉर्ड ऊँचाइयाँ छूई थीं, लेकिन आज की दरों में गिरावट देखी जा रही है। इस लेख में हम: आज की दरें और कल की तुलना, गिरावट के कारण, विशेषज्ञों की राय, निवेशकों के लिए सुझाव, तथा आने वाले दिनों के लिए संभावित रास्ते विस्तार से देखेंगे।
आज की दरें और कल से तुलना
नीचे तालिका में आज और कल की प्रमुख धातुओं (24 कैरट सोना, 22 कैरट सोना, चांदी) की दरें प्रस्तुत हैं।
| धातु | यूनिट | आज (27 अक्टू.) की दर* | कल (25/26 अक्टू.) की दर | टिप्पणी |
|---|---|---|---|---|
| 24 कैरट सोना | प्रति ग्राम | ₹ 12,448 | ≈ ₹ 12,562 | आज की दर कल से थोड़ी नीचे |
| 22 कैरट सोना | प्रति ग्राम | ₹ 11,410 | ≈ ₹ 11,515 | 22 कैरट में भी हल्की गिरावट |
| चांदी (999 शुद्धता) | प्रति किलोग्राम | ~ ₹ 1,46,380 | ~ ₹ 1,55,000 | चांदी में भी notable गिरावट |
*दरें विभिन्न स्रोतों व समय के अनुसार औसतन हैं।
उपरोक्त तालिका से स्पष्ट है कि आज सोने-चांदी की दरें कल की तुलना में कम हैं। विशेष रूप से, चांदी में गिरावट अपेक्षाकृत अधिक देखी गई है।

गिरावट के प्रमुख कारण
वैश्विक कारक
- आज की गिरावट का एक बड़ा कारण है डॉलर की मजबूती तथा Federal Reserve (अमेरिका) की मौद्रिक नीति से जुड़ी अनिश्चितताएँ। जब डॉलर मजबूत होता है, तब भारत जैसे देशों में सोना-चांदी महँगा हो जाता है, जिससे मांग पर दबाव पड़ता है।
- इसके अलावा, निवेशकों ने हाल के तेजी के बाद मुनाफा निकालना शुरू कर दिया है (profit‐booking), जो गिरावट को त्वरित बना रहा है।
घरेलू बाजार एवं मांग-प्रेरक
- भारत में त्योहारों, विवाह-मौसम आदि वजह से सोने-चांदी की मांग पारंपरिक रूप से बढ़ती है। लेकिन जब कीमतें बहुत ऊँची हो जाती हैं, खरीदार पीछे हट सकते हैं।
- विशेषज्ञों का मानना है कि आज “मुनाफा निकालने” की प्रवृत्ति प्रमुख है, जिसके चलते बाजार थोड़ा ठंडा हुआ है।
विश्लेषकों की राय
- Jateen Trivedi, VP & Research Analyst (Commodities & Currency) ने कहा:
“सोना-चांदी के भाव हाल के अत्यधिक स्तरों से दबाव में आ गए हैं; करीब ₹1,18,000-₹1,25,500 तक के दायरे में सोना आगे चल सकता है।”
- यह इंगित करता है कि फिलहाल सोना-चांदी की तेजी थोड़ी धीमी पड़ सकती है और दायरा सीमित हो सकता है।
निवेशक दृष्टिकोण व सलाह
यदि आप अभी सोना-चांदी में निवेश करने का विचार कर रहे हैं, तो निम्न-बिंदुओं पर ध्यान देना जरूरी है:
- दीर्घ-काल के लिए निवेश: यदि आपका निवेश अवधि 5-10 वर्ष की है, तो सोना (विशेष रूप से 24 कैरट) अभी भी सुरक्षित आश्रय (safe-haven) माना जा सकता है क्योंकि मुद्रास्फीति, वैश्विक अनिश्चितताएँ और रुपये में कमजोरी इसे समर्थन देती हैं।
- संक्षिप्त अवधि / ट्रेडिंग नजरिए से: यदि आपका लक्ष्य 3-6 महीने का है, तो अब जल्दबाजी करने से पहले “स्थिति शांत होने” का इंतजार बेहतर हो सकता है क्योंकि विश्लेषक दायरे में डाउनसाइड देख रहे हैं।
- खरीदते वक़्त ध्यान दें: 24 कैरट / 22 कैरट के साथ मेकिंग चार्जेस, होलमार्किंग, विक्रेता की विश्वसनीयता जैसे कारकों को अवश्य देखें।
- मनोहन (irrational exuberance) से बचें: जब धातुओं ने तीव्र उछाल लिया हो, तब अचानक गिरावट का जोखिम अधिक होता है — इसलिए मुनाफा-निकासी या चरणबद्ध खरीद (staggered entry) रणनीति अपनाना समझदारी है।

भविष्य का परिदृश्य
आने वाले दिनों में gold and silver price India पर निम्न बिंदुओं का असर देखने को मिल सकता है:
- यदि अमेरिका में मुद्रास्फीति आंकड़े कमजोर आएँ और Fed दरों में कटौती के संकेत मिले, तो सोना-चांदी को बल मिल सकता है।
- इसके विपरीत, यदि डॉलर मजबूत हुआ, वैश्विक तनाव कम हुआ या भारत-चीन/अमेरिका-चीन संबंध सकारात्मक हुए, तो इन धातुओं पर फिर से दबाव आ सकता है।
- चांदी के मामले में विशेष ध्यान दें: क्योंकि इसकी औद्योगिक मांग (सौर उर्जा, इलेक्ट्रॉनिक्स) तेज है, यह सोने के मुकाबले “उपर उठने की क्षमता” रखती है लेकिन साथ में उतार-चढ़ाव भी अधिक हो सकते हैं।
विश्लेषकों ने चांदी के लिए अगले वर्ष तक ~ ₹ 2,40,000 प्रति किलोग्राम तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है — हालाँकि यह लक्ष्य “उच्च जोखिम-उचित” माना गया है।
निष्कर्ष
आज 27 अक्टूबर 2025 को भारत में gold and silver price India में गिरावट आई है। 24 कैरट और 22 कैरट सोने की दरें और चांदी की दरें कल की तुलना में कम हैं। यह गिरावट मुख्य तौर पर वैश्विक संकेतों, मुनाफा-निकासी प्रवृत्ति और घरेलू मांग-परिदृश्य से प्रेरित है। हालांकि, निवेश के दृढ़ “दीर्घ-कालीन” नजरिए से सोना-चांदी आज भी महत्वपूर्ण बने हुए हैं, लेकिन शॉर्ट-टर्म दृष्टि से सावधानी बरतना आवश्यक है। निवेशकों को अब अपनी रणनीति की समीक्षा करनी चाहिए और जल्दबाजी से बचते हुए समझदारी से निर्णय लेना चाहिए।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
Q1. आज सोने-चांदी की दरें सिर्फ ऑनलाइन देखें या स्थानीय भी?
दरें ऑनलाइन एक ताज़ा संकेत देती हैं, लेकिन स्थानीय विक्रेता, शहर-मेकिंग चार्जेस व स्टॉक उपलब्धता-सप्लाई को भी ध्यान में रखना चाहिए।
Q2. क्या अभी सोना खरीदना सही होगा?
यदि आपका उद्देश्य लंबे समय तक (5-10 वर्ष) निवेश करना है, तो हाँ — सोना अभी भी सुरक्षित विकल्प हो सकता है। लेकिन यदि आप जल्द लाभ के लिए खरीदना चाह रहे हैं तो कुछ इंतज़ार करना बेहतर है क्योंकि दायरा सीमित दिख रहा है।
Q3. चांदी में निवेश क्यों हो रहा है तेज़ी से?
चांदी सिर्फ आभूषण-मांग से नहीं, बल्कि औद्योगिक उपयोग (सौर पैनल, इलेक्ट्रॉनिक्स) से भी जुड़ी है। इस वजह से विश्लेषक इसे भविष्य-उन्मुख धातु मान रहे हैं।
Q4. भारत में सोना-चांदी पर कौन-से कर लगते हैं?
सोना-चांदी की खरीद-फरोख्त पर GST व मेकिंग चार्जेस व अन्य शुल्क लगते हैं। इसके अलावा आयात शुल्क व स्थानीय प्रीमियम भी दलालों द्वारा जोड़े जाते हैं — इसलिये कुल लागत अलग हो सकती है।
Q5. किन संकेतों पर विशेष ध्यान देना चाहिए?
– अमेरिका में मुद्रास्फीति आंकड़े व Fed निर्णय
– डॉलर की दिशा और भारत-द्वारा रूपया व डॉलर का विनिमय दर
– वैश्विक भू-राजनीतिक घटनाएँ एवं भारत-चीन-अमेरिका संबंध
– भारत में त्योहारी व विवाह-मांग में बदलाव


