gold and silver price india – 31 अक्टूबर 2025 का पूरा विश्लेषण
📖 परिचय
आज, gold and silver price india (भारत में सोना और चाँदी की कीमतें) 31 अक्टूबर 2025 को एक नई दिशा में बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में उतार-चढ़ाव, डॉलर की मजबूती, और घरेलू मांग में गिरावट ने भारतीय बाजार में कीमती धातुओं की कीमतों को प्रभावित किया है।
पिछले कुछ महीनों में सोना रिकॉर्ड स्तर तक पहुँचने के बाद अब स्थिरता की ओर लौटता दिख रहा है, वहीं चाँदी की कीमत में भी थोड़ी नरमी दर्ज की गई है।
🪙 भारत में आज सोने-चाँदी की कीमतें (Gold and Silver Price India Today)
नीचे दी गई तालिका में आज (31 अक्टूबर 2025) भारत के प्रमुख शहरों में सोने और चाँदी की कीमतों का तुलनात्मक विवरण प्रस्तुत है:
| शहर (City) | 22 कैरेट सोना (₹/10 ग्राम) | 24 कैरेट सोना (₹/10 ग्राम) | चाँदी (₹/किलोग्राम) |
|---|---|---|---|
| दिल्ली | ₹1,12,830 | ₹1,23,280 | ₹1,51,000 |
| मुंबई | ₹1,12,680 | ₹1,22,680 | ₹1,50,800 |
| चेन्नई | ₹1,13,280 | ₹1,23,280 | ₹1,52,500 |
| कोलकाता | ₹1,12,900 | ₹1,22,900 | ₹1,51,200 |
| हैदराबाद | ₹1,12,750 | ₹1,22,750 | ₹1,50,900 |
(स्रोत: Goodreturns, Moneycontrol, Times of India, Reuters — 31 अक्टूबर 2025)
🌏 अंतरराष्ट्रीय बाजार की स्थिति
वैश्विक बाजार में 31 अक्टूबर 2025 को सोना US $4,011 प्रति औंस के स्तर पर ट्रेड कर रहा है। अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने और फेडरल रिज़र्व की ब्याज दरों के संकेतों ने सोने को दबाव में रखा।
चाँदी लगभग US $48 प्रति औंस के स्तर पर रही, जिसमें पिछले सप्ताह की तुलना में लगभग 1.5% की गिरावट देखने को मिली।
विशेषज्ञ राय:
“डॉलर की मजबूती के कारण कीमती धातुओं पर दबाव बना हुआ है। जब तक फेडरल रिजर्व ब्याज दर में कमी नहीं करता, सोने में तेज़ी की संभावना सीमित रहेगी।”
— राजेश कोठारी, वरिष्ठ विश्लेषक, एंजेल वन लिमिटेड
📊 भारत में सोने-चाँदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव क्यों?
भारत में सोने-चाँदी की कीमतें कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कारकों पर निर्भर करती हैं।
1️⃣ डॉलर की मजबूती:
डॉलर इंडेक्स इस सप्ताह 105.60 तक पहुंचा, जिससे विदेशी निवेशकों के लिए सोना महँगा हो गया।
2️⃣ त्योहारी मांग में गिरावट:
दिवाली और धनतेरस के बाद ज्वेलरी डिमांड में स्वाभाविक गिरावट आई, जिससे घरेलू बाजार में सोने-चाँदी की दरें नरम हुईं।
3️⃣ रुपया कमजोर:
रुपया डॉलर के मुकाबले 83.12 के स्तर पर है, जिससे आयातित सोना महँगा हुआ।
4️⃣ वैश्विक राजनीतिक जोखिम:
मध्य-पूर्व और यूरोप में अस्थिरता के बावजूद सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की मांग सीमित रही।
📈 तकनीकी विश्लेषण
विश्लेषकों के अनुसार, 24 कैरेट सोना ₹1,20,750 के सपोर्ट लेवल और ₹1,22,450 के रेजिस्टेंस लेवल के बीच ट्रेड कर रहा है।
| पैरामीटर | स्तर (₹) | स्थिति |
|---|---|---|
| सपोर्ट लेवल | 1,20,750 | स्थिर |
| रेजिस्टेंस लेवल | 1,22,450 | कमजोर |
| ट्रेंड | साइडवेज़ / मंदी की ओर |
निवेश सलाह:
“अगर आप दीर्घकालिक निवेशक हैं तो यह समय धीरे-धीरे निवेश शुरू करने का है। शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स को 1,22,500 के ऊपर क्लोजिंग का इंतजार करना चाहिए।”
— सुनील शर्मा, फाइनेंशियल एनालिस्ट, इंडिया बुलियन एसोसिएशन

🏦 निवेशकों के लिए विशेषज्ञ सलाह
सोना और चाँदी लंबे समय से मुद्रास्फीति (inflation) के खिलाफ हेज माने जाते हैं। परंतु 2025 में वैश्विक आर्थिक अस्थिरता और ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव ने निवेशकों की रणनीति को बदल दिया है।
- दीर्घकालिक निवेशक सोने में धीरे-धीरे खरीदारी जारी रख सकते हैं।
- स्वल्पकालिक व्यापारी तकनीकी स्तरों का ध्यान रखें।
- चाँदी में हल्की गिरावट आने के बाद अच्छी रिकवरी की संभावना है।
विशेषज्ञ टिप्पणी:
“भारत में सोने की मांग हमेशा स्थिर रहती है, लेकिन निवेशकों को मौजूदा भाव पर जल्दबाज़ी में निवेश नहीं करना चाहिए। 1,20,000–1,21,000 के स्तर पर खरीदारी बेहतर रहेगी।”
— नेहा बंसल, ज्वेलरी एक्सपर्ट, मुंबई गोल्ड ट्रेड एसोसिएशन
📜 भारत में सोना और चाँदी की सांस्कृतिक व आर्थिक भूमिका
भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा सोना उपभोक्ता देश है। यहां सोना केवल निवेश नहीं बल्कि धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक प्रतीक भी है। विवाह, उत्सव, और पूजा-पाठ में इसकी अहम भूमिका रहती है।
चाँदी ग्रामीण भारत में निवेश का प्रमुख साधन बनी हुई है। ग्रामीण क्षेत्र में चाँदी के सिक्के, पायल, बर्तन, और धार्मिक उपयोग इसकी मांग को स्थिर बनाए रखते हैं।
💹 पिछले महीने की तुलना (सितंबर से अक्टूबर 2025)
| महीना | औसत सोना दर (₹/10 ग्राम) | औसत चाँदी दर (₹/किग्रा) | बदलाव (%) |
|---|---|---|---|
| सितंबर 2025 | 1,24,100 | 1,54,300 | -2.1% |
| अक्टूबर 2025 | 1,22,800 | 1,51,000 | -2.4% |
इससे साफ है कि अक्टूबर महीने में सोना और चाँदी दोनों में लगभग 2% से अधिक की गिरावट आई है।
📅 आगामी महीनों का पूर्वानुमान
विशेषज्ञों का मानना है कि नवंबर और दिसंबर के बीच कीमतों में हल्की स्थिरता रहेगी। यदि फेडरल रिज़र्व ब्याज दरों में कटौती करता है, तो सोने में तेज़ी फिर से लौट सकती है।
“वर्ष 2026 की पहली तिमाही तक सोना 5–7% तक बढ़ सकता है। निवेशक SIP मॉडल में निवेश करना चाहें तो यह सही समय है।”
— डॉ. मनीष अग्रवाल, कमोडिटी रिसर्च प्रमुख, HDFC Securities
🔚 निष्कर्ष
आज की तारीख (31 अक्टूबर 2025) को gold and silver price india के अनुसार,
- 24 कैरेट सोना लगभग ₹12,328 प्रति ग्राम पर
- और चाँदी लगभग ₹1,51,000 प्रति किलोग्राम पर ट्रेड कर रही है।
डॉलर की मजबूती, ब्याज दर नीति और घरेलू मांग के बीच बाजार संतुलित स्थिति में है। निवेशकों के लिए यह समय सावधानीपूर्वक निर्णय लेने का है, और “buy on dips” रणनीति अभी भी सबसे उपयुक्त मानी जा रही है।
❓ FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q1. क्या अभी सोने में निवेश करना चाहिए?
A1. दीर्घकालिक निवेश के लिए यह उपयुक्त समय है, लेकिन अल्पकालिक ट्रेडर्स को रुझान की पुष्टि का इंतजार करना चाहिए।
Q2. सोने की कीमत में गिरावट का मुख्य कारण क्या है?
A2. अमेरिकी डॉलर की मजबूती और फेडरल रिज़र्व की नीति में अनिश्चितता प्रमुख कारण हैं।
Q3. क्या चाँदी में निवेश लाभदायक है?
A3. हाँ, औद्योगिक उपयोग और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर की मांग के चलते चाँदी दीर्घकाल में मजबूत विकल्प है।
Q4. क्या सोना 2026 तक महँगा होगा?
A4. विश्लेषकों के अनुसार, अगले 6 महीनों में सोने में 5–7% तक की तेजी की संभावना है।
Q5. क्या सोना खरीदते समय GST लागू होता है?
A5. हाँ, सोना खरीदने पर 3% GST और 1% TCS लागू होता है, साथ ही मेकिंग चार्ज अलग से देना होता है।



