Gold and Silver Price Today: सोना ₹1.10 लाख, चांदी ₹130

Gold and Silver Prices September 10 2025

9 सितंबर 2025: भारत में gold and silver price रिकॉर्ड ऊँचाई पर

परिचय

भारत में सोना और चांदी की कीमतें आज एक बार फिर इतिहास रच चुकी हैं। 9 सितंबर 2025 को gold and silver price रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गए। सोना पहली बार ₹1.10 लाख प्रति 10 ग्राम से ऊपर चला गया, वहीं चांदी ₹130 प्रति ग्राम तक पहुँच गई। इस उछाल का असर न सिर्फ बाज़ार पर, बल्कि आम उपभोक्ताओं और निवेशकों पर भी साफ देखा जा रहा है।


सोने का नया रिकॉर्ड

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर दिसंबर वायदा सोना ₹1,10,047 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर ट्रेड कर रहा है। यह अब तक का सबसे ऊँचा स्तर है। दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता जैसे प्रमुख शहरों में 24 कैरेट सोना ₹1,09,500 से ₹1,10,300 प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना लगभग ₹1,00,000–₹1,01,200 प्रति 10 ग्राम पर बिक रहा है।

विशेषज्ञों का कहना है कि यह रैली केवल भारत तक सीमित नहीं है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सोने के दाम $3,650–$3,700 प्रति औंस के आसपास पहुँच गए हैं। अमेरिकी डॉलर की कमजोरी और ब्याज दरों में कटौती की संभावना ने सोने को नई उड़ान दी है।


चांदी का उछाल

चांदी की बात करें तो यह भी पिछले कई सालों के उच्चतम स्तर पर पहुँच गई है। आज चांदी की कीमत ₹130 प्रति ग्राम (₹1,30,000 प्रति किलो) दर्ज की गई। पिछले एक सप्ताह में चांदी ने लगभग 5% की तेजी दिखाई है।

चांदी के दाम बढ़ने की प्रमुख वजह इसका औद्योगिक उपयोग है। इलेक्ट्रॉनिक्स, सोलर पैनल, मेडिकल उपकरण और ऑटोमोबाइल सेक्टर में चांदी की मांग तेज़ी से बढ़ी है। साथ ही, निवेशकों ने भी चांदी को सुरक्षित विकल्प मानकर बड़ी खरीदारी की है।

कीमतें क्यों बढ़ीं?

1. अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियाँ

अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें लगातार बढ़ रही हैं। जब ब्याज दरें घटती हैं तो डॉलर कमजोर होता है और निवेशक सोने-चांदी जैसे सुरक्षित धातुओं की ओर रुख करते हैं। यही वजह है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोना और चांदी दोनों मजबूत हुए हैं।

2. डॉलर की कमजोरी

डॉलर इंडेक्स पिछले तीन महीनों में सबसे निचले स्तर पर है। कमजोर डॉलर से सोना और चांदी अन्य मुद्राओं में सस्ता हो जाते हैं, जिससे वैश्विक मांग बढ़ जाती है।

3. भूराजनीतिक तनाव

मध्य-पूर्व और एशियाई देशों में बढ़ते तनाव ने सोने को “सेफ हेवन” एसेट बना दिया है। हाल ही में पश्चिम एशिया में हुए हमलों और संघर्षों ने निवेशकों को धातुओं की ओर आकर्षित किया।

4. भारतीय बाज़ार में मांग

भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोना उपभोक्ता है। नवरात्रि और दिवाली जैसे त्योहारों से पहले भारतीय घरों और ज्वेलर्स की तरफ से सोने की खरीदारी बढ़ जाती है। यही कारण है कि घरेलू बाज़ार में भी कीमतें लगातार चढ़ रही हैं।

5. औद्योगिक उपयोग

चांदी का इस्तेमाल सिर्फ गहनों में नहीं बल्कि औद्योगिक क्षेत्र में भी होता है। इलेक्ट्रॉनिक्स, मेडिकल, और नवीकरणीय ऊर्जा प्रोजेक्ट्स में चांदी की मांग बढ़ने से इसका भाव तेज़ी से उछला है।

विशेषज्ञों की राय

कमोडिटी विश्लेषक मनोज कुमार जैन का कहना है कि सोने और चांदी की यह रैली फिलहाल जारी रह सकती है। उनका सुझाव है कि निवेशकों को स्टॉप-लॉस के साथ निवेश करना चाहिए और केवल पोर्टफोलियो का एक हिस्सा ही इन धातुओं में लगाना चाहिए।

Axis Mutual Fund की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, सोना लंबे समय में महंगाई से बचाव का सबसे सुरक्षित साधन है। हालांकि, मौजूदा ऊँचे दामों पर निवेशकों को जल्दबाज़ी से बचना चाहिए।

आम जनता पर असर

  1. शादी-ब्याह: सोने की महंगाई से गहनों की कीमतें आसमान छू रही हैं, जिससे शादी की तैयारियों पर असर पड़ सकता है।

  2. त्योहारों की खरीदारी: दशहरा और दिवाली जैसे त्योहारों पर सोना खरीदने की परंपरा है, लेकिन ऊँचे दामों से बिक्री घट सकती है।

  3. ज्वेलर्स पर दबाव: ज्वेलर्स का मानना है कि स्थिरता आने पर ही उपभोक्ता बड़े स्तर पर खरीदारी करेंगे।


टैक्स और निवेश विकल्प

भारत में सोना खरीदने पर 3% GST लगता है। गहनों पर मेकिंग चार्ज और उस पर GST अलग से देना पड़ता है।

  • यदि सोना 36 महीने से कम समय में बेचा जाता है तो उस पर शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगता है।

  • 36 महीने के बाद बेचने पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स (20% with indexation) लगता है।

सरकार की सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) योजना भी निवेशकों के लिए विकल्प है, हालांकि फिलहाल नए ट्रांश जारी नहीं हो रहे हैं।


आने वाले दिनों का रुझान

विशेषज्ञ मानते हैं कि आने वाले हफ्तों में सोने और चांदी की कीमतों का रुख दो प्रमुख कारकों पर निर्भर करेगा:

  1. फेडरल रिजर्व का ब्याज दर फैसला

  2. त्योहारी सीजन की घरेलू मांग

यदि डॉलर और कमजोर हुआ तो सोना ₹1.12 लाख प्रति 10 ग्राम और चांदी ₹135 प्रति ग्राम तक पहुँच सकती है।

निष्कर्ष

9 सितंबर 2025 को gold and silver price ने भारत में ऐतिहासिक स्तर छू लिया। सोना ₹1.10 लाख प्रति 10 ग्राम और चांदी ₹130 प्रति ग्राम पर है। यह रैली वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों, डॉलर की कमजोरी और भारतीय मांग की वजह से आई है।

निवेशकों को समझदारी से कदम उठाने की ज़रूरत है। सोना और चांदी लंबे समय के लिए सुरक्षित विकल्प हैं, लेकिन ऊँचे दामों पर निवेश करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।

FAQ

1. आज भारत में सोने की कीमत कितनी है?
24 कैरेट सोना ₹1,10,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुँच गया है।

2. चांदी का ताज़ा भाव क्या है?
चांदी ₹130 प्रति ग्राम यानी ₹1,30,000 प्रति किलो पर दर्ज की गई है।

3. कीमतों में तेजी क्यों है?
डॉलर की कमजोरी, फेड की नीतियाँ, भूराजनीतिक तनाव और भारतीय मांग इसके पीछे के कारण हैं।

4. क्या अभी सोना-चांदी में निवेश करना चाहिए?
विशेषज्ञ कहते हैं कि यह लंबी अवधि के लिए सुरक्षित निवेश है, लेकिन ऊँचे दामों पर सावधानी जरूरी है।

5. आने वाले दिनों में क्या रुझान रहेगा?
त्योहारी मांग और फेडरल रिजर्व के फैसलों से अगले हफ्तों में और तेजी संभव है।


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Gold Silver Price: 6 सितम्बर 2025