India Gold Silver Price Today 5 October 2025: ताजा अपडेट
नई दिल्ली: Gold Silver Price 5 October 2025 कीमतों में महत्वपूर्ण बदलाव देखा गया है। सोने के भाव में मामूली वृद्धि और चांदी के स्थिर बने रहने ने बाजार में निवेशकों और खरीदारों के लिए एक दिलचस्प परिदृश्य प्रस्तुत किया है। इस लेख में हम सोने और चांदी की ताजा कीमतों, उनका अंतरराष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य, और विभिन्न राज्यों में मूल्य भिन्नताओं के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
सोने की कीमतों में वृद्धि
आज, 5 अक्टूबर 2025 को, भारत में सोने की कीमतों में मामूली वृद्धि देखी गई है। 24 कैरेट सोने की कीमत ₹11,940 प्रति ग्राम, 22 कैरेट सोने की ₹10,945 प्रति ग्राम और 18 कैरेट सोने की ₹8,955 प्रति ग्राम रही। इससे पहले, 4 अक्टूबर 2025 को सोने की कीमतें क्रमशः ₹11,852, ₹10,864 और ₹8,889 प्रति ग्राम थीं। इस प्रकार, 24 कैरेट सोने की कीमत में ₹88 प्रति ग्राम की वृद्धि हुई, जबकि 22 कैरेट और 18 कैरेट सोने की कीमतों में ₹81 और ₹66 की वृद्धि देखी गई।
इस वृद्धि का मुख्य कारण वैश्विक बाजार में सोने की कीमतों में बढ़ोतरी, भारतीय रुपये की कमजोरी और आने वाले त्योहारों और शादी के सीजन में बढ़ती मांग है। भारतीय बाजार में सोने को एक महत्वपूर्ण निवेश साधन के रूप में देखा जाता है, और इसका उपयोग न केवल आभूषणों के रूप में बल्कि वित्तीय सुरक्षा के लिए भी किया जाता है।

चांदी की कीमतों में स्थिरता
चांदी की कीमतों में आज कोई विशेष बदलाव नहीं आया। 5 अक्टूबर 2025 को चांदी की कीमत ₹155 प्रति ग्राम और ₹1,55,000 प्रति किलोग्राम रही। इससे पहले, 4 अक्टूबर 2025 को भी चांदी की कीमतें समान थीं। यह स्थिरता चांदी के बाजार में कुछ हद तक निरंतरता की ओर इशारा करती है, जिसमें औद्योगिक मांग और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला की स्थिति प्रमुख कारक हैं।
चांदी की कीमतें आमतौर पर सोने की कीमतों से कम होती हैं, लेकिन चांदी का औद्योगिक उपयोग इसे एक मूल्यवान धातु बना देता है। हालांकि, चांदी की कीमतों में वृद्धि की दर सोने के मुकाबले कम होती है, फिर भी यह निवेशकों के बीच एक लोकप्रिय विकल्प है, विशेष रूप से छोटे निवेशकों के लिए।
विभिन्न राज्यों में Gold Silver Price Today 5 October 2025
भारत के विभिन्न राज्यों में सोने और चांदी की कीमतों में मामूली भिन्नता देखी जाती है। यह भिन्नता राज्य सरकार के कराधान, परिवहन शुल्क और स्थानीय मांग के आधार पर होती है।
दिल्ली
दिल्ली में 5 अक्टूबर 2025 को 24 कैरेट सोने की कीमत ₹11,955 प्रति ग्राम, 22 कैरेट सोने की ₹10,960 प्रति ग्राम और 18 कैरेट सोने की ₹8,970 प्रति ग्राम थी। दिल्ली में चांदी की कीमत ₹1,55,000 प्रति किलोग्राम रही। दिल्ली, भारत का राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र होने के कारण, यहाँ की कीमतें अक्सर अन्य राज्यों की तुलना में थोड़ी अधिक होती हैं।
मुंबई
मुंबई, जो भारत की वित्तीय राजधानी है, में 5 अक्टूबर 2025 को 24 कैरेट सोने की कीमत ₹11,804 प्रति ग्राम, 22 कैरेट सोने की ₹10,820 प्रति ग्राम और 18 कैरेट सोने की ₹8,853 प्रति ग्राम रही। चांदी की कीमत ₹1,57,400 प्रति किलोग्राम थी। मुंबई के बाजार में सोने और चांदी की कीमतें आमतौर पर देश के अन्य हिस्सों की तुलना में अधिक होती हैं।
चेन्नई
चेन्नई में 24 कैरेट सोने की कीमत ₹11,826 प्रति ग्राम, 22 कैरेट सोने की ₹10,840 प्रति ग्राम और 18 कैरेट सोने की ₹8,980 प्रति ग्राम थी। चांदी की कीमत ₹1,65,000 प्रति किलोग्राम थी। चेन्नई में सोने और चांदी की कीमतों में मामूली वृद्धि देखी गई है, जो अन्य प्रमुख शहरों के मुकाबले कुछ अधिक है।
हैदराबाद
हैदराबाद में 5 अक्टूबर 2025 को 24 कैरेट सोने की कीमत ₹11,804 प्रति ग्राम, 22 कैरेट सोने की ₹10,820 प्रति ग्राम और 18 कैरेट सोने की ₹8,853 प्रति ग्राम रही। चांदी की कीमत ₹1,57,000 प्रति किलोग्राम थी। हैदराबाद का बाजार काफी सक्रिय है, और यहाँ की कीमतें भी अन्य दक्षिण भारतीय शहरों के समान होती हैं।
बेंगलुरु
बेंगलुरु में 5 अक्टूबर 2025 को 24 कैरेट सोने की कीमत ₹11,804 प्रति ग्राम, 22 कैरेट सोने की ₹10,820 प्रति ग्राम और 18 कैरेट सोने की ₹8,853 प्रति ग्राम थी। चांदी की कीमत ₹1,55,000 प्रति किलोग्राम रही। बेंगलुरु में सोने और चांदी की कीमतें अन्य प्रमुख शहरों के समान हैं।

वैश्विक कारक और उनका प्रभाव
सोने और चांदी की कीमतों पर वैश्विक कारकों का महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। अमेरिका, चीन, और यूरोप में आर्थिक विकास की स्थिति, डॉलर की मजबूती, और अन्य वित्तीय संकट जैसे कारक भारतीय बाजार में सोने और चांदी की कीमतों को प्रभावित करते हैं।
अमेरिका में ब्याज दरों में बदलाव, चीन में आर्थिक मंदी की स्थिति, और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में व्यवधान जैसे वैश्विक घटनाएँ भारतीय बाजार में सोने और चांदी की कीमतों को प्रभावित करती हैं। इसके अलावा, वैश्विक मंदी या वित्तीय संकट के समय, निवेशक सुरक्षा के रूप में सोने को खरीदने के लिए प्रवृत्त होते हैं, जिससे सोने की कीमतों में तेजी से वृद्धि होती है।
निवेश के दृष्टिकोण से सोना और चांदी
सोना
सोना भारतीय निवेशकों के बीच लंबे समय से पसंदीदा निवेश विकल्प रहा है। सोने को वित्तीय सुरक्षा के प्रतीक के रूप में देखा जाता है और यह लंबे समय से भारतीय संस्कृति का हिस्सा है। इसके अलावा, सोना मुद्रास्फीति और मुद्रा अस्थिरता से बचाव का एक महत्वपूर्ण साधन है। सोने में निवेश करने का एक और प्रमुख कारण इसकी उच्च लिक्विडिटी है। यदि निवेशक कभी पैसे की जरूरत महसूस करते हैं, तो वे आसानी से सोने को बेच सकते हैं।
चांदी
चांदी का उपयोग न केवल आभूषणों में बल्कि विभिन्न उद्योगों में भी होता है, जिससे इसकी मांग बनी रहती है। चांदी के औद्योगिक उपयोगों में इलेक्ट्रॉनिक्स, चिकित्सा उपकरण और सौर पैनल शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, चांदी को भी एक सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में देखा जाता है, हालांकि इसकी कीमतों में उतार-चढ़ाव सोने की तुलना में अधिक होते हैं।
निष्कर्ष
5 अक्टूबर 2025 को भारत में सोने और चांदी की कीमतों में वृद्धि देखी गई है। जबकि सोने की कीमतों में ₹88 से ₹81 प्रति ग्राम की वृद्धि हुई है, चांदी की कीमतों में स्थिरता बनी रही है। विभिन्न राज्यों में सोने और चांदी की कीमतों में मामूली अंतर देखा गया है, जो स्थानीय करों और मांग पर निर्भर करता है। सोने और चांदी में निवेश करने के लिए विभिन्न वैश्विक और घरेलू कारकों को ध्यान में रखते हुए, निवेशकों को सावधानी से निर्णय लेना चाहिए।
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
प्रश्न 1: क्या सोने की कीमतों में और वृद्धि हो सकती है?
उत्तर: जी हां, यदि वैश्विक आर्थिक परिस्थितियाँ अनिश्चित रहती हैं और भारतीय रुपये में कमजोरी बनी रहती है, तो सोने की कीमतों में और वृद्धि हो सकती है।
प्रश्न 2: चांदी की कीमत स्थिर क्यों रही?
उत्तर: चांदी की कीमतों में स्थिरता वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला की स्थिति और औद्योगिक मांग पर निर्भर करती है।
प्रश्न 3: सोने और चांदी में निवेश कितना सुरक्षित है?
उत्तर: सोने और चांदी में निवेश पारंपरिक रूप से सुरक्षित माना जाता है, लेकिन निवेश से पहले विशेषज्ञों की सलाह लेना उचित है।
प्रश्न 4: सोने की कीमतों में वृद्धि का कारण क्या है?
उत्तर: सोने की कीमतों में वृद्धि वैश्विक बाजार में सोने की कीमतों में बढ़ोतरी, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये की कमजोरी, और आगामी त्योहारों और शादी के सीजन की मांग के कारण हुई है।
प्रश्न 5: क्या चांदी की कीमतों में भी उतार-चढ़ाव होता है?
उत्तर: हां, चांदी की कीमतें आमतौर पर सोने की तुलना में अधिक उतार-चढ़ाव दिखाती हैं, लेकिन यह औद्योगिक मांग और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला पर निर्भर करती है।
