भारत में Milk and Butter Price Today 2025: जीएसटी में कमी के बाद नई दरें और उपभोक्ताओं पर प्रभाव:
परिचय
GST में कमी: उपभोक्ताओं के लिए राहत
2025 में GST दरों में 7% की कमी से दूध और मक्खन की कीमतों में महत्वपूर्ण गिरावट आई है। दूध की कीमत ₹2 प्रति लीटर घटकर उपभोक्ताओं के लिए राहत का कारण बनी है। यह कदम सरकार की तरफ से उठाए गए महत्वपूर्ण फैसलों में से एक है, जिसका सीधा असर हर भारतीय के घर के बजट पर पड़ा है। अब मदर डेयरी, अमूल, और वेरका जैसे प्रमुख ब्रांड्स ने अपनी कीमतों में कमी की घोषणा की है, जिससे उपभोक्ता अब पहले से कम कीमतों पर उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद प्राप्त कर सकते हैं।
हालांकि यह कमी छोटे व्यापारी और डेयरी उत्पादकों के लिए राहत दे सकती है, लेकिन इसके बाद भी कई सवाल उठते हैं—क्या यह स्थायी राहत है? क्या उत्पादन लागत में गिरावट आएगी? जानिए, कैसे GST में कमी ने दूध और मक्खन की कीमतों को प्रभावित किया और इसके चलते आम आदमी के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
जानें पूरी जानकारी, Milk and Butter Price Today और GST में 7% की कमी से हुए बदलाव के बारे में, जो अब उपभोक्ताओं के लिए फायदे का सौदा साबित हो रहे हैं!
सरकार ने 22 सितंबर 2025 से लागू होने वाली GST 2.0 के तहत कई आवश्यक खाद्य पदार्थों पर GST दरों में कमी की है। इसमें दूध, मक्खन, घी, पनीर और अन्य डेयरी उत्पाद शामिल हैं। उदाहरण के लिए, मदर डेयरी ने अपने उत्पादों की कीमतों में ₹2 प्रति लीटर तक की कमी की घोषणा की है। टेट्रा पैक दूध की कीमत ₹77 से घटकर ₹75 हो गई है। इसके अलावा, मक्खन की 100 ग्राम की पैकिंग ₹62 से घटकर ₹58 हो गई है। घी की 1 लीटर की टिन ₹750 से घटकर ₹720 हो गई है। ये बदलाव उपभोक्ताओं के लिए राहत का कारण बन रहे हैं
प्रमुख ब्रांड्स की नई कीमतें
मदर डेयरी
UHT दूध (स्टैंडर्ड, टोंड और डबल टोंड): ₹2 प्रति लीटर की कमी।
मक्खन: 100 ग्राम पैकिंग में ₹4 की कमी।
घी: 1 लीटर टिन में ₹30 की कमी।
पनीर: ₹15 प्रति किलो की कमी।
आइसक्रीम: ₹10 प्रति लीटर की कमी।
अमूल
UHT दूध: ₹2 प्रति लीटर की कमी।
पाउच दूध: कीमतों में कोई बदलाव नहीं, क्योंकि पहले से ही 0% GST लागू था।
वेरका (पंजाब)
घी: ₹30-35 प्रति लीटर की कमी।
मक्खन (टेबल): ₹30 प्रति किलो की कमी।
मक्खन (अनसाल्टेड): ₹35 प्रति किलो की कमी।
पनीर: ₹15 प्रति किलो की कमी।
आइसक्रीम: ₹10 प्रति लीटर की कमी।
UHT दूध: ₹2 प्रति लीटर की कमी।
GST में कमी के कारण
GST परिषद ने 3 सितंबर 2025 को हुई बैठक में कई आवश्यक खाद्य पदार्थों पर GST दरों में कमी की घोषणा की थी। इसमें दूध, मक्खन, घी, पनीर और अन्य डेयरी उत्पादों को 12% से घटाकर 5% GST स्लैब में रखा गया है। इसके अलावा, कुछ उत्पादों को 0% GST स्लैब में भी रखा गया है, जैसे कि पाउच दूध और पनीर। इससे इन उत्पादों की कीमतों में कमी आई है, जो उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद है।
उपभोक्ताओं पर प्रभाव
GST दरों में कमी से उपभोक्ताओं को दैनिक उपयोग की वस्तुओं पर राहत मिली है। मदर डेयरी और अन्य कंपनियों ने अपनी कीमतों में कमी की घोषणा की है, जिससे उपभोक्ताओं के मासिक बजट पर सकारात्मक असर पड़ा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम से उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति में वृद्धि होगी और महंगाई की दर में भी कमी आएगी।
mother dairy price list after gst

निष्कर्ष
22 सितंबर 2025 से लागू होने वाली GST 2.0 के तहत दूध और मक्खन की कीमतों में कमी उपभोक्ताओं के लिए राहत का कारण बन रही है। सरकार की इस पहल से आवश्यक खाद्य पदार्थों की कीमतों में स्थिरता आएगी और उपभोक्ताओं को महंगाई से राहत मिलेगी। हालांकि, कीमतों में कमी के बावजूद, उपभोक्ताओं को अपनी खरीदारी की आदतों में सतर्कता बरतनी चाहिए और गुणवत्ता पर भी ध्यान देना चाहिए।
FAQ
1. GST में कमी के बाद दूध की कीमत कितनी हो गई है?
मदर डेयरी के अनुसार, टेट्रा पैक दूध की कीमत ₹77 से घटकर ₹75 हो गई है।
2. GST में कमी के बाद मक्खन की कीमत कितनी हो गई है?
मदर डेयरी के अनुसार, मक्खन की 100 ग्राम की पैकिंग ₹62 से घटकर ₹58 हो गई है।
3. GST में कमी के बाद घी की कीमत कितनी हो गई है?
मदर डेयरी के अनुसार, घी की 1 लीटर की टिन ₹750 से घटकर ₹720 हो गई है।
4. GST में कमी का असर अन्य डेयरी उत्पादों पर कैसे पड़ा है?
GST दरों में कमी के कारण पनीर, मिल्कशेक और अन्य डेयरी उत्पादों की कीमतों में भी कमी आई है, जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिली है।
5. GST में कमी से उपभोक्ताओं को क्या लाभ हुआ है?
GST दरों में कमी से उपभोक्ताओं को दैनिक उपयोग की वस्तुओं पर राहत मिली है, जिससे उनके मासिक बजट पर सकारात्मक असर पड़ा है।