Naegleria fowleri Kerala 2025: ब्रेन-ईटिंग अमीबा के मामले बढ़े, जानें लक्षण, प्रसार और सुरक्षा उपाय

Naegleria fowleri Kerala 2025

Naegleria Fowleri Kerala 2025:  ब्रेन-ईटिंग अमीबा के मामलों में बढ़ोतरी, सुरक्षा कैसे करें

परिचय

केरल राज्य में इस वर्ष ‘ब्रेन-ईटिंग अमीबा’ के मामलों में चिंताजनक वृद्धि देखी गई है। ‘नेगलेरिया फोवलेरी’ (Naegleria fowleri) नामक यह दुर्लभ लेकिन जानलेवा एककोशिकीय जीव मस्तिष्क में सूजन और क्षति का कारण बनता है। इस वर्ष अब तक 69 मामलों में से 19 लोगों की मौत हो चुकी है, जिससे राज्य में स्वास्थ्य विभाग ने उच्च सतर्कता की स्थिति घोषित की है।


नेगलेरिया फोवलेरी: एक परिचय

नेगलेरिया फोवलेरी एक एककोशिकीय जीव है जो सामान्यतः गर्म ताजे पानी में पाया जाता है, जैसे झीलें, नदियाँ और गर्म झरने। यह जीव नाक के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है, विशेषकर तैराकी या जलक्रीड़ा के दौरान। एक बार शरीर में प्रवेश करने के बाद, यह मस्तिष्क तक पहुँचता है और ‘प्राइमरी अमीबिक मेनिंजियोएन्सेफेलाइटिस’ (PAM) नामक गंभीर संक्रमण का कारण बनता है।

प्रसार के तरीके

नेगलेरिया फोवलेरी का संक्रमण मुख्यतः नाक के माध्यम से होता है। जब व्यक्ति गर्म ताजे पानी में तैरता है या डुबकी लगाता है, तो यह जीव नाक के रास्ते मस्तिष्क तक पहुँच सकता है। यह संक्रमण व्यक्ति से व्यक्ति में नहीं फैलता, लेकिन गर्म ताजे पानी में इसकी उपस्थिति अधिक होती है।


लक्षण

PAM के लक्षण संक्रमण के 1 से 9 दिनों के भीतर प्रकट होते हैं और इनमें शामिल हैं:

  • तेज बुखार

  • सिरदर्द

  • मतली और उल्टी

  • गर्दन में अकड़न

  • भ्रम और मानसिक स्थिति में परिवर्तन

  • दौरे और कोमा

इन लक्षणों का तीव्रता से प्रकट होना संक्रमण की गंभीरता को दर्शाता है।

उपचार और बचाव

PAM का उपचार सीमित है और इसमें ‘मिल्टेफोसिन’ (Miltefosine) जैसे एंटीपैरासिटिक दवाओं का उपयोग किया जाता है। केरल में इस दवा का उपयोग प्रारंभिक अवस्था में किया जा रहा है, जिससे वैश्विक मृत्यु दर 3% से बढ़कर 24% हो गई है। इसके अलावा, ‘एंफोटेरिसिन बी’ (Amphotericin B) और अन्य सहायक उपचार भी दिए जाते हैं।

स्वास्थ्य विभाग ने ‘जलमणि जीवन’ (Jalamanu Jeevan) अभियान के तहत जल स्रोतों की नियमित क्लोरीनेशन सुनिश्चित की है। इसके अलावा, स्विमिंग पूल्स में क्लोरीन की न्यूनतम सांद्रता 0.5 मिग्रा/लीटर बनाए रखने की व्यवस्था की गई है।

सुरक्षा उपाय

  • गर्म ताजे पानी में तैरने या डुबकी लगाने से बचें।

  • स्विमिंग पूल्स में नहाने से पहले उनकी सफाई और क्लोरीनेशन की स्थिति जांचें।

  • नाक से जल प्रवेश को रोकने के लिए नाक क्लिप्स का उपयोग करें।

  • साइनस रिन्सिंग के लिए उबला या डिस्टिल्ड पानी का उपयोग करें।

  • जल स्रोतों की नियमित सफाई और क्लोरीनेशन सुनिश्चित करें।


निष्कर्ष

नेगलेरिया फोवलेरी के मामलों में वृद्धि केरल राज्य के लिए एक गंभीर स्वास्थ्य चुनौती प्रस्तुत करती है। हालांकि, समय पर निदान, उचित उपचार और जन जागरूकता से इस संक्रमण के प्रभाव को कम किया जा सकता है। नागरिकों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए और स्वच्छता के उपायों को अपनाना चाहिए।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

प्रश्न 1: नेगलेरिया फोवलेरी क्या है?
उत्तर: नेगलेरिया फोवलेरी एक एककोशिकीय जीव है जो गर्म ताजे पानी में पाया जाता है और नाक के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है, जिससे मस्तिष्क में सूजन और संक्रमण होता है।

प्रश्न 2: PAM के लक्षण क्या हैं?
उत्तर: PAM के लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, मतली, उल्टी, गर्दन में अकड़न, भ्रम, दौरे और कोमा शामिल हैं।

प्रश्न 3: PAM का उपचार कैसे किया जाता है?
उत्तर: PAM का उपचार सीमित है और इसमें मिल्टेफोसिन, एंफोटेरिसिन बी और अन्य सहायक दवाओं का उपयोग किया जाता है। केरल में इन दवाओं का उपयोग प्रारंभिक अवस्था में किया जा रहा है।

प्रश्न 4: इस संक्रमण से बचाव के उपाय क्या हैं?
उत्तर: इस संक्रमण से बचाव के लिए गर्म ताजे पानी में तैरने से बचें, स्विमिंग पूल्स की सफाई और क्लोरीनेशन सुनिश्चित करें, नाक क्लिप्स का उपयोग करें और साइनस रिन्सिंग के लिए उबला या डिस्टिल्ड पानी का उपयोग करें।

प्रश्न 5: केरल सरकार ने इस समस्या से निपटने के लिए क्या कदम उठाए हैं?
उत्तर: केरल सरकार ने जलमणि जीवन अभियान के तहत जल स्रोतों की नियमित क्लोरीनेशन सुनिश्चित की है और स्विमिंग पूल्स में क्लोरीन की न्यूनतम सांद्रता बनाए रखने की व्यवस्था की है।


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