Vaishno Devi landslide LIVE: बारिश और भूस्खलन से 13 की मौत, यात्रा रोकी गई

Vaishno Devi landslide

Vaishno Devi landslide: जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश और भूस्खलन से मचा हाहाकार

Vaishno Devi landslide ने मंगलवार (26 अगस्त 2025) को जम्मू-कश्मीर में त्रासदी ला दी। लगातार हो रही बारिश ने पहाड़ों का सीना चीर दिया और कटरा-भवन मार्ग पर अधक्वारी के पास विशाल पत्थर, बोल्डर और मलबा नीचे गिरने लगे। इस हादसे में अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है और दर्जनों घायल बताए जा रहे हैं। कई यात्री अब भी फंसे होने की आशंका है।

जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने हालात को देखते हुए सभी स्कूलों और दफ्तरों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। केवल आवश्यक सेवाएँ और क़ानून-व्यवस्था विभाग ही खुले रहेंगे।

हादसे का विवरण

मंगलवार दोपहर लगभग 3 बजे यह घटना घटी जब श्रद्धालु माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए कटरा से भवन की ओर बढ़ रहे थे। अधक्वारी के पास स्थित इंद्रप्रस्थ भोजनालय के आसपास अचानक पहाड़ से पत्थर और चट्टानें गिर पड़ीं। हादसा इतना अचानक हुआ कि लोग संभल भी नहीं पाए।

प्रशासन और राहत दल ने तुरंत मौके पर पहुँचकर बचाव अभियान शुरू किया। सेना, NDRF और स्थानीय पुलिस बल मिलकर मलबा हटाने और फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित निकालने में जुटे हैं।

Vaishno Devi landslide: अब तक का आंकड़ा

  • मृतकों की संख्या: 10 से 13 के बीच (अलग-अलग रिपोर्ट्स में भिन्नता)

  • घायल: 14 से 21 लोग

  • फंसे हुए: कई श्रद्धालुओं के फंसे होने की आशंका

  • बंद मार्ग: कटरा-भवन यात्रा मार्ग, कई राष्ट्रीय राजमार्ग और दर्जनों पहाड़ी सड़कें

बारिश से बढ़ा खतरा

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने जम्मू डिवीज़न में अगले 40 घंटों तक भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

  • बासंतर, तवी और चेनाब नदियाँ अलर्ट स्तर पर बह रही हैं।

  • प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी किनारों और बाढ़ प्रभावित इलाकों से दूर रहें।

यात्रियों की सुरक्षा

श्राइन बोर्ड ने तुरंत वैष्णो देवी यात्रा रोक दी है ताकि और लोग हादसे का शिकार न हों। यात्रियों को कटरा में ही रोक दिया गया है और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है।


जम्मू में हालात गंभीर

जान-माल का नुकसान

  • डोडा ज़िले में भी भारी बारिश से 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।

  • जम्मू शहर और आसपास के इलाकों में पानी भर गया है।

  • पुल और छोटे-छोटे रास्ते बह गए हैं।

  • कई घर और दुकानें पानी में डूब चुकी हैं।

सड़क और रेल यातायात प्रभावित

  • जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग और किश्तवाड़-डोडा हाईवे पर कई जगह भूस्खलन हुआ है।

  • दर्जनों सड़कों का संपर्क कट चुका है।

  • नॉर्दर्न रेलवे ने 18 ट्रेनें रद्द कर दीं, जिनमें से 7 कटरा से, 2 उधमपुर से और 1 जम्मू से थी।

  • हिमाचल प्रदेश में भी पटरियाँ बह जाने से ट्रेन सेवाएँ रोक दी गई हैं।

सरकार और प्रशासन की प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हालात को “बहुत गंभीर” बताया है। उन्होंने ऐलान किया है कि वह जल्द ही जम्मू पहुँचकर राहत कार्यों की निगरानी करेंगे।

प्रशासन ने इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं ताकि लोग किसी भी परेशानी में तुरंत संपर्क कर सकें।


विशेषज्ञों की राय

भूगर्भ विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार बारिश और पहाड़ी इलाकों की ढलान पर निर्माण कार्य ने भूस्खलन की संभावना बढ़ा दी है।

  • बिना योजना के कटाई और सड़क चौड़ीकरण ने पहाड़ों को कमजोर किया है।

  • इस तरह की घटनाएँ जलवायु परिवर्तन और अनियंत्रित शहरीकरण का संकेत हैं।


लोगों की समस्याएँ

स्थानीय लोग कह रहे हैं कि पिछले तीन दिनों से बारिश ने ज़िंदगी ठप कर दी है।

  • बच्चों की पढ़ाई रुक गई है।

  • व्यापारियों का कारोबार चौपट हो गया है।

  • ग्रामीण इलाकों में संचार साधन और बिजली कट गई है।


राहत और बचाव अभियान

  • सेना, CRPF, SDRF और NDRF की टीमें लगातार काम कर रही हैं।

  • हेलीकॉप्टरों की मदद से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है।

  • मेडिकल टीमें घायलों का इलाज कर रही हैं।

  • फंसे हुए लोगों को भोजन और पानी पहुँचाया जा रहा है।


भविष्य की चुनौती

यह घटना हमें यह सिखाती है कि पहाड़ी इलाकों में यात्रा और विकास कार्यों के लिए प्राकृतिक संतुलन का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है।

  • यात्रा मार्गों को और मजबूत बनाने की जरूरत है।

  • मौसम विभाग की चेतावनियों पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए।

  • आपदा प्रबंधन तंत्र को और मजबूत करने की आवश्यकता है।


निष्कर्ष

Vaishno Devi landslide ने एक बार फिर दिखा दिया है कि प्रकृति के सामने इंसान कितना असहाय है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और स्थानीय लोगों के जीवन को प्राथमिकता देना सरकार और प्रशासन की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। आने वाले दिनों में बारिश और भूस्खलन की घटनाएँ और बढ़ सकती हैं, इसलिए सभी को सतर्क रहना होगा।


❓ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

1. Vaishno Devi landslide कहाँ हुआ?

यह हादसा अधक्वारी के पास इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास, कटरा-भवन मार्ग पर हुआ।

2. हादसे में कितने लोग मारे गए?

अलग-अलग रिपोर्ट्स के अनुसार 6 से 9 लोग वैष्णो देवी मार्ग पर मारे गए और जम्मू में कुल मौतें 10–13 बताई जा रही हैं।

3. यात्रा क्यों रोकी गई?

श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए वैष्णो देवी यात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया है।

4. क्या रेलवे और सड़क सेवाएँ प्रभावित हुईं?

हाँ, जम्मू-श्रीनगर हाईवे और किश्तवाड़-डोडा हाईवे बंद कर दिए गए हैं। नॉर्दर्न रेलवे ने 18 ट्रेनें रद्द की हैं।

5. सरकार ने क्या कदम उठाए हैं?

मुख्यमंत्री ने स्थिति को गंभीर बताया है और राहत-बचाव अभियान में सेना, NDRF और स्थानीय प्रशासन सक्रिय हैं।


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