Gold & Silver Price Today: आज फिर उछला सोना-चांदी का बाजार, रिकॉर्ड स्तर पर पहुँची कीमतें
Gold & Silver Price Today के तहत शुक्रवार, 17 अक्टूबर 2025 को भारत के कीमती धातु बाजार में जबरदस्त तेजी दर्ज की गई। त्योहारी मांग, वैश्विक अस्थिरता और अमेरिकी ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों ने सोना-चांदी दोनों को नई ऊँचाइयों पर पहुँचा दिया है।
📊 आज और कल की कीमतों की तुलना
| धातु | आज की कीमत (17 अक्टूबर 2025) | कल की कीमत (16 अक्टूबर 2025) | अंतर |
|---|---|---|---|
| सोना (Gold) | ₹1,30,000 प्रति 10 ग्राम | ₹1,28,950 प्रति 10 ग्राम | 🔼 ₹1,050 की बढ़त |
| चांदी (Silver) | ₹1,70,415 प्रति किलोग्राम | ₹1,68,438 प्रति किलोग्राम | 🔼 ₹1,977 की बढ़त |
(स्रोत: MCX, टाइम्स ऑफ इंडिया, रॉयटर्स)
निवेशकों की प्रतिक्रिया
“दिल्ली के सर्राफा बाजार में निवेशकों की भीड़ उमड़ रही है। कई ज्वेलर्स का कहना है कि ग्राहक न केवल आभूषण बल्कि छोटे बिस्किट और सिक्कों की खरीद भी बढ़ा रहे हैं। इससे रिटेल मांग में करीब 25% की बढ़ोतरी देखी गई है।”
बाजार का मूड: त्योहारी मांग और डॉलर की कमजोरी
दिवाली और धनतेरस के पहले खरीदारी की लहर ने बाजार में रौनक बढ़ा दी है। मुंबई और दिल्ली जैसे प्रमुख शहरों में ज्वेलर्स ने बताया कि इस बार प्रीमियम दरें भी 10 साल के उच्चतम स्तर पर पहुँच गई हैं।
विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिकी डॉलर की कमजोरी और ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें सोने को “सुरक्षित निवेश” के रूप में और आकर्षक बना रही हैं। HDFC सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट सौमिल गांधी ने कहा, “डॉलर इंडेक्स के कमजोर होने और फेडरल रिजर्व की नीतिगत ढील से सोने और चांदी में तेजी जारी रह सकती है।”निवेशक इस समय सोने को सुरक्षित आश्रय (Safe Haven) के रूप में देख रहे हैं। रूस-यूक्रेन तनाव, अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता और मध्य-पूर्व में भू-राजनीतिक जोखिम ने बुलियन को और आकर्षक बना दिया है। भारतीय बाजार में इसका सीधा असर दिखाई दे रहा है।
वैश्विक प्रभाव और विशेषज्ञ विश्लेषण
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमतें $4,300 प्रति औंस को पार कर चुकी हैं। HSBC ने अनुमान लगाया है कि यह “बुल वेव” 2026 तक $5,000 प्रति औंस तक पहुँच सकती है।
वहीं, Motilal Oswal Financial Services ने चांदी के लिए 2026 तक ₹2,40,000 प्रति किलो का लक्ष्य रखा है, जो मौजूदा स्तर से लगभग 40% अधिक है।
विशेषज्ञों का मानना है कि वर्तमान तेजी केवल उत्सव की मांग का परिणाम नहीं है बल्कि यह दीर्घकालिक निवेश भावना का संकेत भी है। हालांकि, वे यह भी चेतावनी देते हैं कि ऊँचे स्तरों पर “प्रॉफिट बुकिंग” से कीमतों में अस्थायी गिरावट संभव है।
आगे क्या? निवेशकों के लिए संकेत
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि निवेशक इस रैली में सावधानी बरतें। अल्पावधि निवेशकों के लिए बाजार थोड़ा अस्थिर रह सकता है, जबकि लंबी अवधि के निवेशक “Buy on Dips” रणनीति से लाभ उठा सकते हैं।
चांदी के मामले में औद्योगिक मांग—जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स और सौर ऊर्जा क्षेत्र—भी मूल्य को मजबूती दे रही है।
निष्कर्ष
Gold & Silver Price Today से साफ है कि भारत का बुलियन मार्केट फिलहाल तेज़ी की लहर पर सवार है। त्योहारों की रौनक, विदेशी बाजारों की दिशा और डॉलर इंडेक्स में नरमी ने इन दोनों धातुओं को ऐतिहासिक ऊँचाइयों पर पहुँचा दिया है।
हालांकि, निवेश से पहले बाजार की स्थिति और वैश्विक घटनाक्रम पर नज़र बनाए रखना जरूरी है, क्योंकि थोड़ी सी हलचल भी सोने-चांदी के भाव को प्रभावित कर सकती है।
FAQ
Q1. क्या आज सोना खरीदना सही रहेगा?
A1. यदि आप लंबी अवधि के निवेशक हैं, तो सीमित मात्रा में खरीदारी उचित है।
Q2. क्या चांदी अभी भी सस्ती है?
A2. विशेषज्ञों का मानना है कि चांदी में अभी भी 20–30% और बढ़त की संभावना बनी हुई है।
Q3. क्या कीमतों में और वृद्धि की उम्मीद है?
A3. हां, अगर फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कटौती करता है तो आने वाले महीनों में कीमतें और ऊपर जा सकती हैं।



