Gold and Silver Price October 8, 2025: जानें आज के रेट्स और कल के मुकाबले बदलाव
आज, 8 अक्टूबर 2025 को भारत में सोने और चांदी की कीमतों में एक महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई है। वैश्विक आर्थिक स्थितियों और घरेलू बाजार की परिस्थितियों के कारण सोने और चांदी के दामों में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया है। इस लेख में हम सोने और चांदी के 18K, 22K, 24K रेट्स की विस्तार से जानकारी देंगे, साथ ही 7 अक्टूबर 2025 के मुकाबले आज के रेट्स में हुए बदलावों का विश्लेषण करेंगे।
सोने की कीमतों में वृद्धि: 18K, 22K, और 24K की कीमतें
भारत में सोने की कीमतें हमेशा ही निवेशकों और उपभोक्ताओं के लिए महत्वपूर्ण रही हैं। 8 अक्टूबर 2025 को सोने की कीमतों में जो बढ़ोतरी हुई है, वह वैश्विक आर्थिक संकट, महंगाई और स्थानीय बाजार की स्थिति के कारण हो रही है। सोने को न केवल आभूषण बनाने के लिए, बल्कि एक सुरक्षित निवेश के रूप में भी देखा जाता है।
8 अक्टूबर 2025 को सोने की कीमतें
24K सोना: ₹12,317 प्रति ग्राम
22K सोना: ₹11,290 प्रति ग्राम
18K सोना: ₹9,238 प्रति ग्राम
7 अक्टूबर 2025 के मुकाबले कीमतों में बदलाव
24K सोना: ₹12,202 प्रति ग्राम से ₹115 का इजाफा
22K सोना: ₹11,185 प्रति ग्राम से ₹105 का इजाफा
18K सोना: ₹9,152 प्रति ग्राम से ₹86 का इजाफा
इन बढ़ती कीमतों का मुख्य कारण वैश्विक आर्थिक अस्थिरता, महंगाई और राजनीतिक संकट हो सकते हैं। जब दुनिया भर में आर्थिक संकट बढ़ता है या मुद्रास्फीति की दर में वृद्धि होती है, तो लोग अपनी पूंजी को बचाने के लिए सोने का रुख करते हैं, जिससे इसकी कीमतों में बढ़ोतरी होती है।

सोने की कीमतों में वृद्धि के कारण
सोने की कीमतों में यह वृद्धि विभिन्न वैश्विक और घरेलू कारकों के कारण हुई है। इन कारणों को समझने से हमें यह जानने में मदद मिलती है कि क्यों सोने की कीमतों में अस्थिरता रहती है और भविष्य में इन कीमतों में क्या परिवर्तन हो सकते हैं।
1. वैश्विक आर्थिक अस्थिरता
जब वैश्विक आर्थिक स्थिति अस्थिर होती है, तो निवेशक सोने को एक सुरक्षित निवेश मानते हैं। वैश्विक बाजारों में उतार-चढ़ाव और आर्थिक संकट के कारण लोग सोने को अपनी पूंजी को सुरक्षित रखने का एक माध्यम मानते हैं। जैसे-जैसे वैश्विक बाजार में अनिश्चितता बढ़ती है, सोने की कीमतों में वृद्धि होती है।
2. महंगाई और मुद्रास्फीति
महंगाई दर बढ़ने से सोने की कीमतों में भी वृद्धि होती है। जब मुद्रास्फीति दर बढ़ती है, तो मुद्रा का मूल्य कम हो जाता है, और लोग सोने का रुख करते हैं क्योंकि यह मुद्रास्फीति से बचने का एक सुरक्षित तरीका है। भारत में भी हाल के महीनों में महंगाई दर में बढ़ोतरी देखी गई है, जिससे सोने की कीमतें उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं।
3. राजनीतिक अस्थिरता और वैश्विक संघर्ष
विश्व में बढ़ती राजनीतिक अस्थिरता और संघर्ष भी सोने की कीमतों को प्रभावित करते हैं। उदाहरण के लिए, यूक्रेन-रूस युद्ध, भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा विवाद, और चीन के साथ तनाव के कारण सोने की कीमतों में वृद्धि हो सकती है। इस समय, लोग सोने को एक सुरक्षित निवेश मानते हैं, जिससे इसकी कीमतें बढ़ती हैं।
चांदी की कीमतें: 8 अक्टूबर 2025 और 7 अक्टूबर के रेट्स
चांदी की कीमतों में भी 8 अक्टूबर 2025 को मामूली वृद्धि देखी गई है, हालांकि यह वृद्धि सोने की तुलना में कम है। चांदी का उपयोग केवल आभूषणों में ही नहीं, बल्कि औद्योगिक उद्देश्यों के लिए भी किया जाता है, जैसे सौर पैनल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में।
8 अक्टूबर 2025 को चांदी की कीमत
चांदी की कीमत (प्रति औंस): $48.91
चांदी की कीमत (प्रति ग्राम): ₹1.58
7 अक्टूबर 2025 के मुकाबले चांदी की कीमतों में बदलाव
चांदी (प्रति औंस): $48.25 से $0.66 का इजाफा
चांदी (प्रति ग्राम): ₹1.57 से ₹0.01 का इजाफा
चांदी की कीमत में यह हल्की बढ़ोतरी मुख्य रूप से औद्योगिक मांग के कारण हुई है। जैसे-जैसे इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों और सौर पैनलों की मांग बढ़ रही है, चांदी की कीमतों में वृद्धि हो रही है।

भारत में सोने और चांदी की कीमतों का असर
भारत में सोने और चांदी की कीमतें न केवल निवेशकों, बल्कि आम उपभोक्ताओं पर भी महत्वपूर्ण असर डालती हैं। खासकर त्योहारों और शादियों के समय, सोने और चांदी की कीमतों का प्रभाव बहुत ज्यादा होता है।
निवेशकों पर प्रभाव
आज के बढ़े हुए सोने के रेट्स निवेशकों के लिए लाभकारी हो सकते हैं। जो लोग पहले से सोने में निवेश कर चुके हैं, उन्हें इसका लाभ मिलेगा। हालांकि, जो नए निवेशक इस समय सोने में निवेश करने का सोच रहे हैं, उनके लिए सोने की कीमतें अधिक होने के कारण यह एक जोखिमपूर्ण निवेश हो सकता है। निवेशकों को सोने की कीमतों की दिशा और वैश्विक घटनाओं पर ध्यान रखना चाहिए।
आम उपभोक्ताओं पर प्रभाव
सोने और चांदी की बढ़ी हुई कीमतें आम उपभोक्ताओं के लिए एक चुनौती बन सकती हैं, विशेष रूप से उन परिवारों के लिए जो शादियों और त्यौहारों के दौरान सोने और चांदी की खरीदारी करते हैं। इस समय बढ़ी हुई कीमतें बजट को प्रभावित कर सकती हैं, लेकिन सोने को एक दीर्घकालिक निवेश के रूप में देखा जाता है, जिससे कुछ लोग इसे खरीदने में सक्षम हो सकते हैं।
विशेषज्ञों की राय
इस बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि सोने और चांदी की कीमतों में इस वृद्धि का मुख्य कारण वैश्विक अस्थिरता, महंगाई और राजनीतिक संकट हैं। डॉ. विजय कुमार, एक प्रमुख आर्थिक विशेषज्ञ, का कहना है, “जब तक वैश्विक स्थिति में स्थिरता नहीं आती, सोने और चांदी की कीमतों में वृद्धि जारी रह सकती है। विशेष रूप से महंगाई और राजनीतिक तनाव के कारण, लोग सुरक्षित निवेश के रूप में सोने का रुख कर रहे हैं।”
मुकेश यादव, एक प्रमुख सोना और चांदी निवेश विशेषज्ञ, का कहना है, “सोने की कीमतों में निरंतर वृद्धि की संभावना जताई जा रही है, खासकर त्योहारी सीजन में, जहां लोग सोने में अधिक निवेश करते हैं। हालांकि, कुछ महीनों बाद यदि वैश्विक आर्थिक स्थिति में सुधार होता है, तो सोने की कीमतों में कमी भी हो सकती है।”
सोने और चांदी की कीमतों का भविष्य
विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ महीनों में सोने और चांदी की कीमतों में और वृद्धि हो सकती है, विशेष रूप से त्योहारी सीजन के दौरान। जब तक वैश्विक आर्थिक स्थिति में सुधार नहीं आता, सोने की कीमतें उच्च स्तर पर रह सकती हैं। हालांकि, चांदी की कीमतों में हल्की वृद्धि हो सकती है, क्योंकि यह मुख्य रूप से औद्योगिक उपयोग से जुड़ी हुई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि वैश्विक बाजार स्थिर होते हैं और भारत में महंगाई दर में कमी आती है, तो सोने और चांदी की कीमतों में थोड़ी गिरावट हो सकती है।
निष्कर्ष
आज, 8 अक्टूबर 2025 को सोने और चांदी की कीमतों में एक महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई है। 24K सोने की कीमत ₹12,317 प्रति ग्राम, 22K सोने की कीमत ₹11,290 प्रति ग्राम और 18K सोने की कीमत ₹9,238 प्रति ग्राम है। चांदी की कीमत भी ₹1.58 प्रति ग्राम के आसपास है। यह वृद्धि वैश्विक आर्थिक अस्थिरता, महंगाई, और राजनीतिक तनावों के कारण हो रही है। आने वाले महीनों में, खासकर त्योहारी सीजन में, सोने और चांदी की कीमतों में और वृद्धि हो सकती है, लेकिन यह भी संभावना है कि कुछ समय बाद बाजार में स्थिरता आ सके।
FAQ:
Q1. 8 अक्टूबर 2025 को 24K सोने की कीमत क्या है?
A1. 8 अक्टूबर 2025 को 24K सोने की कीमत ₹12,317 प्रति ग्राम है।
Q2. चांदी की कीमत 8 अक्टूबर 2025 को कितनी है?
A2. चांदी की कीमत $48.91 प्रति औंस और ₹1.58 प्रति ग्राम है।
Q3. सोने की कीमतों में वृद्धि के कारण क्या हैं?
A3. सोने की कीमतों में वृद्धि वैश्विक आर्थिक स्थिति, महंगाई, और राजनीतिक अस्थिरता के कारण हुई है।
Q4. क्या सोने और चांदी की कीमतों में आगे वृद्धि होगी?
A4. हां, त्योहारी सीजन के दौरान सोने और चांदी की कीमतों में और वृद्धि हो सकती है।
Q5. चांदी की कीमतों में वृद्धि कम क्यों है?
A5. चांदी की कीमतें सोने के मुकाबले कम बढ़ी हैं क्योंकि चांदी का अधिक उपयोग औद्योगिक क्षेत्रों में होता है, जबकि सोने को मुख्य रूप से सुरक्षित निवेश के रूप में देखा जाता है।



